एक स्मार्टफोन पर्चेस किया है शुरु शुरू में बड़े खुश रहते हैं. क्या बैटरी बैकअप मिल रही है, लेकिन कुछ सालों में उसकी बैटरी डिग्रेड हो जाती है
चार्जिंग साइकिल्स समझते की क्या होता है
आपके स्मार्टफोन की. बैटरी हेल्थ में इस पर आगे बढ़े उससे पहले आपको चार्जिंग साइकिल्स समझते की क्या होता है अगर आपने एक स्मार्टफोन को जीरो तू एक सौ प्रतिशत चार्ज किया उसको एक चार्ज साइकिल माना जाता है. बहुत सारी ब्रांड आजकल ये क्लेम करती है की एक स्मार्टफोन में ऑन एवरेज चार सौ से पाँच सौ चा साइकिल्स होते यानी कि अगर आपने यह बैरियर क्रॉस कर लिया. दौ सौ प्रतिशत सौ प्रतिशत ये कर करके पाँच सौ चार साइकिल्स पूरे कर लिए तो आपके फोन की बैटरी जो है जब ये पूरा हो जाएगा तो बीस प्रतिशत डिग्रेट हो जाती है यानि कि हंड्र बैटरी हेल्थ जो होती है, अस्सी प्रतिशत आप आपको बार घंटे एक स्मार्टफोन पर बैटरी बैकअप मिल रहा है वह सीधे दस घंटे हो जाएगी और ऐसे साल भर साल उसकी बैटरी लाइफ खत्म होते जाएगी क्योंकि आपने चार्ज साइकिल्स को पूरा कर दिया है
चार्जिंग साइकिल्स बचने के काफी सारे उपाय
अब इससे बचने के काफी सारे उपाय हैं पहली चीज तो जैसे की पोशन चार्जिंग की मैं बात कर रहा हूं यहां पर आपको क्या करना है की आपकी बैटरी को पूरा ड्रेन नहीं करना है और फुल चार्ज भी नहीं करना है आपको तीस से अस्सीसे के बीच में आपके फोन की बैटरी को रखना है यानी की आप जब फोन उसे कर रहे हैं तो तीस प्रतिशत तक ए गया ठीक है फिर जांचर्ज को लगा दो और एक सौ प्रतिशत मत होने दो उसको अस्सी प्रतिशत तक लेके जाओ हो अगर इसमें भी आप अपने चार साइकिल को पूरा कर रहे हैं यानी की तीस से अस्स. • लगभग पचास प्रतिशत हो जाता है लेकिन नेक्स्ट दे आपने फिर पचाससे चार्ज किया तो वो एक चार साइकिल माना जाएगा.
लेकिन इससे क्या होता है की आप अपनी बैटरी को समय दे तो लॉजबिटी के लिए आप आपके फोन की जो बैटरी हेल्थ वह इंप्रूव हो रही है बढ़ रहा है समय बढ़ रहा है आप कंटीन्यूअसली अगर डेली जीरो तू सौ प्रतिशत चार्ज करेंगे तो डेफिनेटली चार साइकिल को आप कंज्यूम कर रहे हैं ये फॉर्मूला आप apnaiye इसके आपकी बैटरी की जो सेल्स होते हैं इनके लिए भी काफी अच्छा होता है तो तीस प्रतिशत से नीचे मत जाइए अस्सी प्रतिशत के ऊपर चार्ज मत करिए और ऐसी पार्सल चार्जिंग का इस्तेमाल करके आप अपने फोन की बैटरी हेलथ को इंप्रूव. कर सकेंगे.
आपकी बैटरी का सबसे बड़ा दुश्मन कौन है ?
गर्म जी हां. अगर आपकी बैटरी गर्म होती है यह सबसे बड़ा दुश्मन है आपकी बैटरी का हाई वोल्टेज हाई टेंपरेचर. ओह माय गो कितना स्ट्रेस हम डालते हैं हमारी बैटरी के ऊपर और आपको पता है इससे डेफिनेटली आपकी बैटरी जो है वो हिट होती है अंदर सब डांसिंग होता है. सेल्स फुल नाचते और आपकी बैटरी लाइफ जो वह बहुत जल्दी यहां पर जो खत्म हो जाती. मैं हेल्थ की बात कर रहा हूं आपकी फोन की बैटरी होती है उसको 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हिट नहीं करना है. कोशिश करिए मैं मानता हूं हो जाती है वो गर्मी का भी महीना होता है गेम्स भी खेलते संपोट में अग्री करता हूं लेकिन. कोशिश करिए कि 40 डिग्री सेल्सस के नीचे ही रखिगा. मैं आपको बताऊं क्यों ये चार्ट देखिए
अगर जिसकी बैटरी लाइफ यहां पर ऑन एवरेज चालीस डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रही है. ज्यादातर एक साल में सीधे उनकी बैटरी हेल्थ पैंसठ प्रतिशत पर ड्रॉप हो गई. और कितने महान ऐसे भी जो 50 डिग्री सेल्सियस पर लेके जाते हैं. तीन-चार महीने में ही बैटरी रोने लग जाती है. इससे ये पता चलता है की अगर आपने अपने फोन को ज्यादा गर्म रखा मतलब फोन गेम खेल लिया, गरम हो रहा है, फाटक से चार्ज पे लगा दिया यानी की बाहर गए.
धू पे मालूम है वहां बैठकर दबा गेम खेल रहे हैं. फोन को जबरदस्ती गर्म कर रहे इतना ज्यादा स्ट्रेस रहे हैं तो ऑफिस यार वह आपका फोन जब गर्म होगा तो बैटरी हेल इंपैक्ट होगी. कोशिश करि आपके फोन को थोड़ा कूल रखने की चालीस डिग्री सेल्सस नीचे होगा तो आपकी जो बैटरी लाइफ है,
इंप्रूव डिस्प्ल
जो हेल्थ है वो इंप्रूव डिस्प्ल एक बहुत ही प्ले करता है. आप बैटरी हेलथ को इंटैक्ट करने में हमारे फोन में आईपी डिस्प्लेस होते है और हम उसका पूरा मजा लेते है लेकिन मॉरिटी ऑफ़ लोग आज भी फुल ब्राइटनेस पर फ़ोन चला तै है
आप जब अपने फोन में रखकर इस्तेमाल करेंगे तो आपकी बैटरी जल्दीन होगी और जितना जल्दी होगी उतना बार-बार आप उसको चार्ज पर लगाना पड़ेगा. डेफिनेटली चार साइकिल भी खत्म हो रहा है और बैटरी हल्थ भी इंपैक्ट हो रही है. और मैं आपको बता डन ये बहुत.
ज्यादा इंपैक्ट करता है और याद रहे आप अपने फोन के अंदर कभी भी ऑटो ब्राइटनेस का इस्तेमाल मत करना क्योंकि आप जब सनलाइट में जाएंगे वो ऑटोमेटेकली बढ़ा देगा, कभी-कभी कम कर देगा, बढ़ा देगा वो इतना उसको थप्पड़े लगा रहा कि वह परेशान है भ. तो क्या कर रहा है बस कर तो अब मैनुली अपने फोन की डिस्प्ले
की ब्राइटनेस को कंट्रोल करिए. जितना हो सके लो ब्राइटनेस पर इस्तेमाल करि.
जबदस्ती अपने आंखों को भी स्ट्रेस मत दीजिए और ब्राइटनेस ज्यादा रखकर अपनी बैटरी हल भी मत खराब करिए.
लिमिट में ब्राइटनेस सेट करिए मैं आपको बोलता हूं रिजल्ट बहुत अच्छा होगा फोन की बैटरी जल्दी ट्रेन नहीं होगी और बैटरी हेल्थ भी इससे इंपैक्ट नहीं होगा.
जो ऐप यूज कर रहे हैं वह कौन से है ?
बाद में यह भी आपको पता होना चाहिए कि आपके फोन में आप जो जो ऐप यूज कर रहे हैं वह कौन से जो ऐप आपको नहीं पता है उनको आप निकाल कर फेंक दीजिए क्योंकि वो बहुत सारे जो एप्स होते हैं वह आपके बैकग्राउंड में चलते रहते हैं. बहुत सारा प्रोसेस होता है और उससे आपकी बैटरी जल्दी ट्रेन होती है.
बैटरी को वह बहुत इंपैक्ट करते हैं कभी-कभी तो ऐसे मालव होते हैं स्पेशली अगर आप एn ड्रॉयड के फोंस यू करते तो प्राइवेसी का इशू अभी भी है इतना खतरनाक होता है की बैटरी आप देखेंगे तीस प्रतिशत अचानक से दस भाई ये क्या हो रहा है वो वही ऐप्स होते हैं जो आपकी बैटरी को ड्रेन करते तो ये आपको ध्यान रखना है.
अपने फोन में वही ऐप्स इस्तेमाल कर रहा हूं जो जानता हूं और मैं यूज कर रहा हूं. मैं उन ऐप्स को निकल कर फेंक दियाओ जिनको मैं जानता हूं. हूं वो ऐसे ही चल रहा है. कभी-कर ऐसा होता है की हम ऐप इंस्टॉल कर लिए. भूल गए.
बट प्लीज इनको निकल कर फेंक दीजिए ये बहुत ही अच्छी तरीके है इससे आपका फायदा होगा लॉन्ग टर्म के लिए आपके बैकग्राउंड में कोई प्रक्रिया नहीं होगा, बैटरी लाइफ भी बढ़िया चलेगी.
देखिए इसका फायदा कितना होता है. तो ये बहुत सारे इंपॉर्टेट टिप्स से जो बैटरी हेल्थ से रिगार्डिंग मैं आपको दिया हूं, अगर आप इनको फॉलो करते हो. मैं डेफिनेटली कहता हूं आपके फोन की बैटरी हेल इंप्रूव होगी और आप एक फोन जो दो-तीन साल तक आपको लगता है कि चल पाएगा वो पांच साल तक भी चल जाएगा.
अगर आप इन सारे पॉइंट्स को प्रॉपर फॉलो करते हो कि हमारी तरफ से भी बोलते ना कुछ ना कुछ क्ट्रीब्यूशन होना चाहिए. सब कुछ फोन पर ही डिपेंड होता है. हम कैसे इस्तेमाल करते हैं, सबसे इंपोर्टेट चीज वो होती है.
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